साधर्मी बंधुवर,
जयजिनेन्द्र, जय महासमिति
पिछले विगत सालों के दौरान मेरे सभी अंचलों, संभागों के भ्रमण के समय सदस्यों का जो अभूतपूर्व स्नेह, प्रेम एवं सहयोग प्राप्त हुआ है वह अवर्णनीय एवं अनिर्वचनीय है। सभी मान्य सदस्य बड़ी आशा एवं उत्साह से अगले सत्र की ओर निहार रहे हैं।
इस निर्विरोध निर्वाचन से मुझ पर जो अतुलनीय जिम्मेदारी आपने डाली है, वह मेरा सबसे बड़ा संबल होगी ।
आपके इस स्नेह के लिए हृदय के अंतिम छोर से सिर्फ धन्यवाद का शब्द ही निःसृत हो सकता है।
दिगम्बर जैन समाज का संगठन, धार्मिक एवं तीर्थक्षेत्रों से संबंधित मूलभूत समस्याओं के निदान के लिए मैं आह्वान करना चाहता हूं सभी सदस्यों का उत्तिष्ठ…… जागृत ! आइए, हम सब एक हुंकार के साथ उठ खड़े हों, और समाज सेवा के कार्य में संलग्न होकर संतोषरूपी धन अर्जित करें ।
समाज के तीव्र बुद्धि युवक/युवतियों के लिए IAS/IPS अकादमी की स्थापना, औसत बुद्धि बालकों के लिए स्किल डेवलपमेंट कर उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि करना भी मेरे कार्यक्रम का एक प्रमुख अंग होगा। अंत में हार्दिक धन्यवाद, एवं भविष्य की शुभ कामनाओं सहित
आपका स्नेही
(डॉ० अशोक जैन बड़जात्या)
राष्ट्रीय अध्यक्ष
हम बनें वर्धमान ।
संगठन बने गतिमान ।।